Saturday, January 3, 2009

तीन चीजों के लिए रोता है आदमी

तीन चीजों के लिए रोता है आदमी- एक नाम के लिए, एक जमीन के लिए, एक ब्याह के लिए। तीन ही तरह के रोने हैं। रुद्र भगवान भी रोए, बोले मुझे नाम दो, जमीन दो और मेरा ब्याह करो। तो उन्हें ग्यारह नाम दिए गए, ग्यारह स्थान दिये और ग्यारह शक्तियाँ दी गईं। जमीन के लिए जो रो रहा है वह साधु नहीं है, मान के लिए या स्त्री के लिए रो रहा है वो भी साधु नहीं। जिसने नाम, जमीन और स्त्री तीन चीजों की पकड़ छोड़ दी, वह सन्त हो गया।

1 comment:

Unknown said...

वैराग्य अध्यात्म की पहली सिढी है। वैराग्य को प्राप्त होने के बाद यह करीब करीब निश्चित है की वह व्यक्ति सत्य के दर्शन कर लेगा।